Thursday, December 12, 2024

उत्तराखंड सतरुद्रा ट्रस्ट

Reg.No.IV/921/2019

चिकित्सा सहायता

उत्तराखंड सतरुद्र ट्रस्ट गरीब परिवारों और व्यक्तियों को चिकित्सा सहायता प्रदान करता है। गंभीर बीमारियों से पीड़ित उत्तराखंड के दूरदराज के क्षेत्रों के मरीजों को वित्तीय सहायता दी जाती है। जैसा कि मामले प्रस्तुत किए जाते हैं, प्रत्येक रोगी की बीमारी की डिग्री और वित्तीय स्थिति को समझने के लिए एक जांच की जाती है। अनुमोदन पर उन रोगियों के लिए खर्च कवर किए जाते हैं जो लाचार हैं और डॉक्टरों, प्रयोगशाला परीक्षणों, सर्जरी, उपचार, दवाओं और अनुवर्ती दौरे सहित भुगतान नहीं कर सकते हैं। हम दूरदराज के गांवों में चिकित्सा शिविर भी आयोजित करते हैं।

हमारे लाभार्थी - चिकित्सा सहायता

संसाधनहीन आर्थिक रूप से असमर्थ घनसाली गोनगढ़ ग्राम-कोट, जिला टिहरी गढवाल निवासी रविन्द्र सिंह उम्र 32 वर्ष की आँख की रोशनी चली गयी थी। ट्रस्ट के संज्ञान में जब मामला आया तो रविंद्र के डाकुमेंट्स की ट्रस्ट की चिकित्सा समिति द्वारा डा. राकेश बलूनी की अध्यक्षता में जांच के उपरांत देहरादून बुलाकर अमृतसर आइ क्लीनिक में उसकी एक आंख का आपरेशन हुआ। ऑपरेशन का कुल खर्च रुपये 19000/ ट्रस्ट द्वारा वहन किया गया जिसका सीधे अस्पताल को भुगतान किया गया।

सतेन्द्र पुत्र श्री मूलचंद ग्राम सुंदरखाल, पो. ओ. कुंजखाल, पौड़ी गढ़वाल, जो आपात स्थिति में महंत इंदिरेश अस्पताल में भर्ती था, को रु. 15000/ की आकस्मिक सहायता कमेटी की संस्तुति पर दी गई। सहायता सीधे अस्पताल के खाते मे भेजी गई।

दिनांक 30 अक्टूबर 2022 को उत्तराखंड सतरुद्रा ट्रस्ट द्वारा ग्राम सभा बैराई गांव, फकोट, टिहरी गढवाल में आयुष विभाग के श्री गणेश खंडूरी, फार्मासिस्ट राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय बांस काटल, नरेन्द्र नगर, टिहरी गढ़वाल के सहयोग से एक दिवसीय निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। ट्रस्ट के सदस्य डा. राकेश बलूनी (पूर्व अतिरिक्त निदेशक उत्तराखंड स्वास्थ्य सेवाएं) ने रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। शिविर में कुल 30 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया एवं निःशुल्क दवाएं वितरित की गई।

दिनांक 07 नवंबर 2022 को उत्तराखंड सतरुद्रा ट्रस्ट द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रायपुर, देहरादून में प्रातः 11 बजे "प्रधानमंत्री टी.बी. मुक्त भारत अभियान" के अंतर्गत 6 टी. बी. मरीजों को 6 माह तक पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने का संकल्प लिया। एक सूक्ष्म कार्यक्रम में केंद्र के प्रभारी डा. प्रताप सिंह रावत की उपस्थिति में इन मरीजों को पहले माह का निर्धारित पौष्टिक आहार भेंट किया गया। ट्रस्ट के सदस्यों ने जानकारी दी कि इस कार्यक्रम को शीघ्र ही प्रदेश के पर्वतीय जिलों में भी लागू किया जायेगा।